मेहँदी क्या है? मेहँदी के प्रकार, मेहँदी का इतिहास

दोस्तों आप मेहँदी शब्द से प्रचलित तो होंगे ही। अगर भारतीय उपद्वीप और साथ ही एशियाई देशों की खूबसूरती के बारे में बात करे तो मेहँदी का नाम अक्सर जुबान पर आता है। आज इसी के बारें में हम सारी जानकारी देखेंगे। मेहँदी से हमारा नाता प्राचीन काल से चलता आ रहा है। महिलाओं को अक्सर सजने के लिए कई सारी चीजों की जरूरत पढ़ती है। इसमें गहने, कपड़े, अच्छी हेअरस्टाइल शामिल है। साथ ही शादियों और किसी खास अवसर पर मेहँदी भी महिलाओं को सजने में मदद होती है। ऐसी कई सारी बाते हैं जो मेहँदी से जुड़ी है, उसी के बारे में हम इस लेख में जानकारी लेंगे। तो चलिये जानते है।

 

 

mehandi kya hai
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What is mehandi in hindi? मेहँदी क्या है?

मेंहदी शरीर के अंगों को सजाए जाने की एक कला है, खासकर हात और पैर। अक्सर किसी विशेष अवसर पर महिलाए सजने के लिए मेहँदी का इस्तेमाल करती है। जिससे रौनक प्राप्त होती है। सजने के अलावा यह हमारे इतिहास से भी जुड़ी है, जिसके कारण कई जगह किसी पवित्र काम के लिए भी मेहँदी लगाने की रीत है। त्याचा पर लगने के बाद यह लाल, काली और हल्के नारंगी कलर में बदल जाती है। इसे बनाने के लिए हीना नामक पौधे का इस्तेमाल किया जाता है। जिसे लॉसोनिया इनर्मिस यह वैज्ञानिक नाम दिया गया है। कुछ समय में रंग की गहराई कम होने के कारण इसे हात पैरों के अलावा इसे शरीर के अन्य अंग जैसे- कंधे, पीठ और गले पर भी लगाया जाता है। बालों को कलर करने में भी मेहँदी का इस्तेमाल होता है।

 

History about mehandi in hindi- मेहँदी का इतिहास

अगर पुराने ग्रथों के आधार पर देखा जाए तो Henna या मेहँदी को लगभग 5000 से 6000 वर्षो से हमारे शरीर को सजाने और औषधि के रूपमें इस्तेमाल किया जा रहा है। जिस पौधे से मेहँदी को बनाया जाता है, उसका नाम हेना होने के कारण ही इस कला को हेना नाम से जाना जाता है। वैसे कहा जाता है की, मेहँदी कला का जन्म इजिप्त में हुआ था। प्राचीन भारत में भी कई चित्र बनाने में इसका इस्तेमाल होता था। अगर किसी अंग पर दाग या ज़ख़म हो तो उसे मेहँदी की मदद से छुपाया जाता था। कई सारे इतिहासकार या इंटरनेट पर मौजूद आर्टिकल के अनुसार मुग़ल सुल्तान के भारत आने के बाद उत्सवों में इससे हाथ, पैरों को रंगाया जाता था।

 

About Henna Plant in Hindi- हीना प्लांट

मेहँदी को बनाने के लिए हीना नाम के पौधे का इस्तेमाल होता है। वैसे यह इसका अँग्रेजी नाम है लेकिन हिन्दी में भी इसे हीना या मेहँदी के पौधे के नाम से जाना जाता है। माना जाए तो यह 2 से 8 फीट तक बढ़ते है। यह 5 से 6 हजार सालों से अक्सर दक्षिण एशिया, पश्चिम एशिया, उत्तर अफ्रीका और ऑस्ट्रेलिया में यह पाए जाते है। जिसकी कई शाखाए होती है। इसके पत्तों को पीस कर ही मेंहदी बनाई जाती है। इसे लगाते ही कुछ घंटों बाद त्वचा को रंग प्राप्त होता है। साथ ही यह औषधि वनस्पती होने के कारण घरेलू उपचार के लिए इसका इस्तेमाल होता है। इसके मिश्रण को खराब होने के लिए एक से डेढ हफ्ते का समय लगता है।

 

 

Types of Mehandi Design in hindi- मेहँदी डिज़ाइन के प्रकार


भारत एक अलावा मेहँदी को कई दूसरे देशों में भी लोकप्रियता मिली है। वैसे उनके प्राचीन इतिहास में भी इसका संबंध दिखाई देता है। अलग-अलग प्रदेशों में दिखाई जाने और अलग-अलग डिज़ाइन होने के कारन मेहँदी डिज़ाइन में कुछ विभिन्नता हमें दिखाई देती है।

 

Indian Mehandi design-

भारतीय मेहँदी डिज़ाइन खूबसूरत तो होती ही है शायद इसीलिए बाकी मेहँदी डिज़ाइन की तुलना में यह लोकप्रिय मानी जाती है। कई सदियों से यह भारतीय संस्कृति का हिस्सा मानी जाती है। संस्कृति के सौंदर्य का प्रतीक इसे माना जाता है। भारत में खासकर शादियों में, किसी उत्सव पर और किसी खास अवसर पर इसे लगाया जाता है।

Arabic Mehandi design-

अलग-अलग नक्षियों और ज्यादा गहराई होने से Arabic mehandi design जानी जाती है। प्राचीन काल में पर्सिया से यह प्रचलित हुई थी और धीरे-धीरे अरेबी देशों में यह कला फ़ैली। यह काफी सरल होती है, इसमें ज़्यादातर कुछ वस्तुओं और फूल पत्तों या सुंदर पक्षियों के चित्रों को गिराया जाता है। भारत की तरह इन्हे शादियों या किसी खास उत्सव के लिए गिराया जाता है। अरेबिक मेहँदी के बारे में सपूर्ण जानकारी हमने ................................... इस लेख द्वारा दी है। आप उसे जरूर पढे।

 

African Mehandi design-

अफ्रीका में मेहँदी प्राचीन काल से प्रचलित है। इनमें अफ्रीकन कला और प्राचीन संस्कृति और रहन-सहन को अधिक प्रभाव से दर्शाया जाता है। आदिवायों के साथ-साथ अन्य जातियों में प्रतीक माने जाने वाले चिन्ह को मेहँदी डिज़ाइन में दर्शाना यह इसकी खास बात है।


Pakisthani mehandi design-

सुंदर कलाकृतियाँ और समांतर डिज़ाइन यह पाकिस्तानी मेहँदी डिज़ाइन की विशेषताएँ है। खासकर दोनों हातों या पैरों पर आईने के समान गिराई हुई मेहँदी सुंदर दिखाई देती है। यहाँ भी शादियों, ईद या किसी विशेष अवसर पर मेहँदी गिराई जाती है।

 

Western Mehandi Design-

 

वेस्टर्न डिज़ाइन पर आधुनिक पैटर्न और नक्षियों पर ज्यादा ध्यान दिया जाता है। यहाँ तरह तरह के रंगों का इस्तेमाल किया जाता है। और साथ ही ज्यादा क्रिएटिविटी दिखाई जाती है। हाथ और पैरों के अलावा tattoo की तरह विभिन्न अंगो पर इसे बनाया जाता है। ज़्यादातर संगीतकार, अदाकार, स्पोर्ट्स आदि. अपनी अलग पहचान के लिए वेस्टर्न पैटर्न में मेहँदी गिराते है।

 

 



Some Benefits of mehandi- मेहँदी के फायदे

मेहँदी को त्वचा पर डिज़ाइन करते हुए हम हाथों-पैरों को सजा सकते है। साथ ही बालों पर इसे लगाने से इसके कुछ औषधि गुण बालों की सेहत के लिए लाभदायक होते है। बालों को मजबूत बनाने और रंग निखारने के लिए मेहँदी का इस्तेमाल हम कर सकते है।

मेहँदी के कुछ अलग फायदे भी है। जैसे की- कई बीमारियों से आराम पाने के लिए इसका उपयोग होता है। मेहँदी का पौधे में ऐसे कई गुण है जिनसे शरीर पर लगे घाव और दाग ठीक किए जा सकते है। इसके अलावा बुखार में ठंड से राहत मिल सकती है। मेहँदी के फ़ायदों और नुकसान के बारे में जानने के लिए आप हमारा-   यह लेख जरूर पढे।

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 



तो दोस्तों इस लेख द्वारा मेहँदी के बारे में जानकारी ली है। साथ ही कुछ मेहँदी डिज़ाइन के प्रकार हमने देखें। अगर आपको यह लेख पसंद आया हो तो इसे जरूर शेअर करें। धन्यवाद!

 

 

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